हरिजन लोगों के मसीहा बाबा साहेब अंबेडकर जॉब करने जब बड़ौदा पहुँचे तो उनको पता था कि यहाँ घर मिलना मुश्किल होगा। लेकिन फिर जो हुआ उसने उनको हरिजन लोगों को पढ़ाई के द्वारा समाज में अपना जायज़ स्थान पाने के लिए जीवन समर्पित कर दिया।
हरिजन लोगों के मसीहा बाबा साहेब अंबेडकर जॉब करने जब बड़ौदा पहुँचे तो उनको पता था कि यहाँ घर मिलना मुश्किल होगा। लेकिन फिर जो हुआ उसने उनको हरिजन लोगों को पढ़ाई के द्वारा समाज में अपना जायज़ स्थान पाने के लिए जीवन समर्पित कर दिया।