योगासन होंशपूर्वक होकर ही करना चाहिए
योगासन का भी पूरालाभ तभी मिलेगा जब आप पूरे awareness के साथ अपने शरीर को गती या विराम देंगे योगासन करते समय।
Read More योगासन होंशपूर्वक होकर ही करना चाहिएयोगासन का भी पूरालाभ तभी मिलेगा जब आप पूरे awareness के साथ अपने शरीर को गती या विराम देंगे योगासन करते समय।
Read More योगासन होंशपूर्वक होकर ही करना चाहिएताओ को समझने से पूर्व यह ज़रूरी है कि इसे समझा जाए: कर्मयोगियों के लिए ओशो ने कहा कि “तुम ध्यानपूर्वक कर्म करने लगो। जो भी करो, मूर्च्छा में मत करो, होशपूर्वक करो। करते समय जागे रहो”ज्ञानयोगीयों को ओशो ने कहा “ तुम विचार में ही मिलाकर ध्यान को पी जाओ। विचार को रोको मत; […]
Read More ताओ है झुकने कि कला, अंतिम होने की कला और ख़ाली होने की कला